शायरी और कार्टून ....
एक दिल की मजबूरी , दूजा दिमाग का खेल....
कैसे हो ये मेल......
""शौके तीरंदाजी पूरा हो,लहू भी न बहे...
मरहमी कुछ तीर भी मिलते हैं क्या बाज़ार में""
"raah ki sb diqqatteiN hi manziloN ka haiN nishaaN ,hai chhipa eelaaj bhi sun lo 'manu' aazaar maiN" ---MUFLIS---
wallllllllllaaaaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh
Post a Comment
मेरे अश'आर कोई भी,कहीं भी गा लेगा..! 'बे-तख़ल्लुस' हूँ मुझे कोई भी अपना लेगा..!!
2 comments:
"raah ki sb diqqatteiN hi manziloN ka haiN nishaaN ,
hai chhipa eelaaj bhi sun lo 'manu' aazaar maiN"
---MUFLIS---
wallllllllllaaaaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh
Post a Comment