तुम्हें भूलने की बड़ी बीमारी है यार....जब कोई कहता है तो सोचता हूँ कि क्या भूलना भी कोई बीमारी होती है ..भूलना तो महज एक आदत होती है..वो भी बड़ी मासूम सी आदत ..किसी को कोई ज़्यादा परेशान ना करने वाली..दुःख ना देने वाली आदत...कितना ज़्यादा सुकून मिलता है इस आदत से..और लोग बाग़ हैं कि इस सुकून देने वाले इकलौते टॉनिक को ही बीमारी साबित करने पर तुले हैं ...इसके उलट kuchh याद रखना कितनी बड़ी बीमारी है..
बे-तख़ल्लुस
Friday, June 15, 2012
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