tag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post6289636574110690079..comments2023-10-22T20:53:46.822+05:30Comments on manu-uvaach: manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-64006322999219596672012-04-05T22:33:03.261+05:302012-04-05T22:33:03.261+05:30तशरीफ़ लाने का शुक्रिया डॉक्टर साहिब ...आपके आने स...तशरीफ़ लाने का शुक्रिया डॉक्टर साहिब ...आपके आने से कम-स-कम ये तो याद आया कि अपना कोई ब्लॉग भी है..मनु-उवाच करके..<br /><br />जानकर अच्छा लगा कि किसी धर्म में हव्वा को ऊँचा दर्ज़ा दिया गया है...वरना हमने ना तो सब किताबें ही पढ़ीं हैं और ना ही हर इन्सां से मिल कर बातें कहीं-सुनी हैं....हमारी इस आधी-अधूरी सी पोस्ट में हमने कहीं भी हव्वा को गलत नहीं ठहराया है..शे,र बेहद साफ़ बात कहता है...<br /><br />ईश्वर ने औरत को बेहद चाव से बनाया..संसार की सबसे खूबसूरत चीज...अब हल्ला तो 'चीज' कहने पर भी मच जाएगा...पर ये हमें सच लगता है कि औरत दुनिया की सबसे जरूरी शै है.. सुना था कि शैतान ने हव्वा को फुसला कर एक वर्जित फल खिलाया ...जिस के कारण आदम और हव्वा ने 'कथित' गुनाह या पाप किया...और ईश्वर ने इस पर क्रोधित हो कर उन दोनों को स्वर्ग से नीचे पटक दिया...<br /><br />और..अजल से खेल बस औरत की जां थी...<br /><br /><br />सो हमारा पंगा ईश्वर से और शैतान से है..न कि बेचारी हव्वा से ...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-25885489671568631762012-04-05T13:23:15.468+05:302012-04-05T13:23:15.468+05:30भाई जो आदमी अपनी मां हव्वा अलैहिस्सलाम को शैतान का...भाई जो आदमी अपनी मां हव्वा अलैहिस्सलाम को शैतान का प्यादा कहता है वह कमफ़हम भी है और कजफ़हम भी। हव्वा अलैहिस्सलाम के आला और पाक किरदार की सही तस्वीर आप क़ुरआन में देख सकते हैं।<br />शुक्रिया !<br /><br />मां बाप का आदर करना सीखिए Manu means Adam<br />http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/04/manu-means-adam.htmlDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-74564440554828032472011-08-08T23:11:45.114+05:302011-08-08T23:11:45.114+05:30हूँ....
तो aaj कल शब्दों से तस्वीर bnaaii jati है ...हूँ....<br />तो aaj कल शब्दों से तस्वीर bnaaii jati है ......<br />par हमें तो रंगों wali भी देखनी है ....<br />आदम और hvvaa की .....<br />देखें तो sahi क्या बनाया है .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-34840130385818939792011-08-08T10:33:47.299+05:302011-08-08T10:33:47.299+05:30बहुत गहरी बातबहुत गहरी बातरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-4794397911440320842011-08-05T14:18:15.702+05:302011-08-05T14:18:15.702+05:30मनु जी
बहुत गहरी पोस्ट .. बहुत कुछ कहती हुई , आप...मनु जी <br /><br />बहुत गहरी पोस्ट .. बहुत कुछ कहती हुई , आपने शब्दों और रंगों का ऐसा संयोजन बिठाया है कि क्या कहे .. शब्द कम पढ़ जाते है ..<br /><br />आभार <br /><br />विजय <br /><br />कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.htmlvijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3194802014019372737.post-85218218015164758742011-08-05T00:22:38.137+05:302011-08-05T00:22:38.137+05:30Hawwa waise to insaanee dimaag ka creation hai!Hawwa waise to insaanee dimaag ka creation hai!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com